करलें पीपल का यह 1 उपाय 3 तरह की सेक्स समस्याओं से मिलेगी तुरंत राहत।।

 करलें पीपल का यह 1 उपाय 3 तरह की सेक्स समस्याओं से मिलेगी तुरंत राहत।।

पीपल:

शायद ही कोई इंसान होगा जो पीपल के पेड़ के बारे में नहीं जानता होगा। हाथी इसके पत्तों को बड़े चाव से खाते हैं। इसलिए इसे गजभक्ष्य भी कहते हैं। पीपल का पेड़ प्रायः हर जगह उपलब्ध होता है। सड़कों के किनारे, मंदिर या बाग-बगीचों में पीपल का पेड़ हमेशा देखने को मिलता है। शनिवार को हजारों लोग पीपल के पेड़ की पूजा भी करते हैं। अधिकांश लोग पीपल के पेड़ के बारे में केवल यही जानते हैं कि इसकी केवल पूजा होती है, लेकिन सच यह है कि पीपल के पेड़  का औषधीय प्रयोग भी किया जाता है और इससे कई रोगों में लाभ लिया जा सकता है।

कई पुराने आयुर्वेदिक ग्रंथों में पीपल के पेड़ के गुणों के बारे में बताया गया है कि पीपल के प्रयोग से रंग में निखार आता है, घाव, सूजन, दर्द से आराम मिलता है। पीपल खून को साफ करता है। पीपल की छाल मूत्र-योनि विकार में लाभदायक होती है। पीपल की छाल के उपयोग से पेट साफ होता है। यह सेक्सुअल स्टैमिना को भी बढ़ाता है और गर्भधारण करने में मदद करता है। सुजाक, कफ दोष, डायबिटीज, ल्यूकोरिया, सांसों के रोग में भी पीपल का इस्तेमाल लाभदायक होता है। इतना ही नहीं, अन्य कई बीमारियों में भी आप पीपल का उपयोग कर सकते हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

इन तीन रोगों में पीपल बहुत ही अधिक लाभकारी है:



No.1पीपल के फल, जड़ की छाल और शुंग (पत्रांकुर) के दूध को पका लें। इसमें शर्करा और मधु मिलाकर पीने से वाजीकरण गुणों (संभोग शक्ति) की वृद्धि होती है।

No.2 बराबर भाग पीपल फल, जड़, की छाल तथा शुंठी को मिलाकर दूध में पका लें। इसमें मिश्री और मधु मिलाकर नियमित सुबह-शाम सेवन करने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और शक्ति मिलती है।

No.3 नपुंसकता में पीपल के पेड़ से लाभ (Peepal Tree is Beneficial in Impotency in Hindi)


आधा चम्मच पीपल के फल के चूर्ण को दिन में तीन बार दूध के साथ सेवन करते रहने से नपुंसकता दूर होती है तथा वीर्य विकार और कमजोरी में लाभ होता है।


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