अगर कर लिया लहसुन को इन 2 तरीकों से इस्तेमाल तो इन 3 बीमारियों में मिलेगा लाभ।
लहसुन(Garlic 🧄):
लहसुन एक सुगंधित पौधिय का एक प्रजाति है, जिसका वैज्ञानिक नाम "Allium sativum" है। यह पौधा प्याज के समीपी रिश्तेदार है और उसका बुल्ब सुगंधित और गुणकारी होता है, जिसे आमतौर पर खाद्य एवं चिकित्सा उपयोग के लिए किया जाता है। लहसुन को भारतीय रसोईयों में खाद्य में स्वाद बढ़ाने के लिए और उसके सेहत के लाभों के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व माना जाता है।
लहसुन का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जा सकता है. पर आज हम मुख्य 2 तरीको के बारे में जानेंगे:
भुना हुआ लहसुन:
भुना हुआ लहसुन एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है इसलिए शरीर इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है, रोज सुबह खाली पेट भुना हुए लहसुन की 2-3 कलियां खाने से शरीर में बिमारीयों से लड़ने कि प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
लहसुन का रस:
लहसुन के जूस में कुछ ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो बालों को झड़ने से रोकने में बहुत फायदेमंद होते हैं। डैंड्रफ की समस्या में भी लहसुन का जूस लगाना फायदेमंद हो सकता है। नियमित रूप से बालों में इसका इस्तेमाल करने से स्कैल्प और बालों में जमा डैंड्रफ दूर होता है। इतना ही नहीं खुजली की समस्या भी दूर होती है।
लहसुन कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। आज हम 3 प्रकार के लाभ के बारे में जानेंगे।
हृदय स्वास्थ्य:
खराब कोलेस्ट्रॉल को निकालता है- लहसुन का सेवन हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा होता है। गार्लिक का एलिसिन कंपाउंड खराब कोलेस्ट्रॉल को निकाल फेंकने में मदद करता है। जिससे धीरे-धीरे दिल की सेहत में सुधार आता है।
पाचन में सुधार:
लहसुन डाइजेशन और भूख को स्टिम्युलेट करता है. यह स्ट्रेस को कंट्रोल कर पेट में एसिड बनने से रोकता है. पेट में एसिड तब बनता है, जब आप नर्वस होते हैं. पेट दर्द, कब्ज रहता है तो लहसुन का सेवन फायदेमंद होता है।
ब्लड प्रेशर में सुधार:
लहसुन के सेवन से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। असल में लहसुन में एलिकिन नामक औषधीय तत्व होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लामेटरी प्रभावों के लिए जाना जाता है। ये रक्त वाहिकाओं की रक्षा करने के साथ ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी लाभकारी हो सकता है।