जानें तांबे के लौटे में पानी पीने के फायदे और क्या आप भी तो नही कर रहे यह गलती।।
सुबह को जो पानी पिया जाता है,उसे ऊषापान कहते हैं। वास्तव में,जो ऊषापान (सुबह को पानी पीते है) करते हैं,वह बहुत ही लाभकारी है।यह शरीर के लिए अमृत का काम करता है।
अगर आप दुनिया भर की दवाई खा–खा कर परेशान हो चुके हैं। तो आप उसकी जगह सुबह को खाली पेट पानी पीना प्रारंभ कर दें। इसके आपको बहुत ही हैरान कर देने वाले लाभ मिलेंगे।
आयुर्वेद के अनुसार पानी पीने के लाभ:
1. जल के लिए हमारे ग्रंथों में कहा गया है कि अगर आप रात को सिरहाने के पास तांबे के लौटे में पानी रखकर सोते हैं और सुबह को कुल्ला करके पीते हैं,तो उससे आपके शरीर में मौजूद बहुत से हार्मफुल बैक्टीरिया और वायरस खत्म हो जाते हैं।
2. वास्तु शास्त्र के अनुसार ,अगर आप रात को सिरहाने के पास तांबे के लौटे में पानी रखकर सोएंगे,तो रात को बुरे सपने आने बंद हो जाएंगे और नींद भी अच्छी आने लगेगी।
जानें वात, पित्त और कफ के मरीजों को कैसे सुबह के समय पानी पीना चाहिए।
1. पित्त वालों को:
यदि जब आप सुबह को सो कर उठते हैं और आपके पेट में जलन होती है या एसिडिटी बनती है। तो सुबह के समय ठंडा या ताजा पानी पिए। ये 2–3 दिन में पेट की जलन को कम कर देगा।
2.वात:
यदि आप वात के मरीज है अर्थात आपके शरीर में दर्द होता है या शरीर पर सूजन है। तो आपको सुबह खाली पेट गुनगुना या गर्म करके पानी पीना चाहिए।इससे आपको बहुत जल्दी फायदा मिलेगा।
3.कफ:
अगर आप कफ के मरीज हैं या आपको बलगम बनता है। तो आपको पानी को अच्छी तरह से उबाल लेना चाहिए। फिर उसे इतना ठंडा कर लें कि उसे पी सके। ऐसा पानी पीने से आपको जल्द ही कफ की समस्या से छुटकारा मिलने लगेगा।
पानी कितना पीना चाहिए?
1.अगर आप भी इस समस्या से जूझते रहते हैं कि आपको सुबह को कितना पानी पीना उचित है। तो आपको बता दें कि 1 ग्लास पानी से लेकर 1.5 Ltr. तक पीना चाहिए।
2.इसके अलावा जितनी आपकी समर्थता हो,उतना पानी पी सकते हैं।
सावधानी:
पानी पीते हुए आपको सावधानी भी वर्तनी बहुत जरूरी है। अन्यथा अच्छे परिणाम की जगह नुकसान हो सकता है। आपको क्या क्या सावधानी बरतनी है,आइए जानते हैं:
1. खड़े हो कर कभी पानी नहीं पीना चाहिए। तख्त पर या किसी अन्य वस्तु पर बैठकर ही पानी पिएं।
2. रात को तांबे के बर्तन में ही पानी रखे। किसी भी प्लास्टिक के बर्तन में पानी ना रखें।