कोलेस्ट्रॉल कम करने के रामबाण इलाज: इसे नही देखा तो पछताओगे
हमारा हृदय अनेक कार्यों को करने के लिए जाना जाता है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिये कई कारकों पर ध्यान देना चाहिए। उन्हीं में से एक है कोलेस्ट्रॉल, जिसके स्तर को नियंत्रित करना बेहद आवश्यक है। आपके शरीर को हार्मोन और स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए इसकी आवश्यकता होती है। इसे नियंत्रित करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय भी कारगर साबित हो सकते हैं। गलत प्रकार के कोलेस्ट्रॉल का बहुत अधिक होना स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
1. कोलेस्ट्रॉल क्या है?
कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का लिपिड है जो आपके शरीर में कई जरूरी काम करता है कोलेस्ट्रॉल पूरे शरीर में एक मोम जैसा पदार्थ है यह तब तक बुरा नहीं है जब तक की आपके शरीर में इसकी मात्रा बहुत ज्यादा ना हो आपके शरीर को कोशिकाओं के निर्माण के लिये विटामिन और अन्य हार्मोन बनाने के लिए इसकी जरूरत होती है लेकिन बहुत ज्यादा कोलेस्ट्रॉल समस्या पैदा कर सकता है कोलेस्ट्रॉल दो स्रोतों से आता है आपका लीवर आपकी जरूरत के हिसाब से बनाता है आपके शरीर में बाकी कोलेस्ट्रॉल जानवरों से मिलने वाले खाद्य पदार्थों से आता है उदाहरण के लिए मांस मुर्गी और डेयरी उत्पादों मे आहार कोलेस्ट्रॉल होता है
2. कोलेस्ट्रॉल के प्रकार
Cholestrol मुख्यतः तीन प्रकार का होता है HDL, LDL और VLDL ये सभी colestrol के रूप हैं। ये फैट और प्रोटीन से बने होते हैं। ब्लड में प्रवाहित होने के लिए लिपिड को प्रोटीन से जुड़ा होना चाहिए। अलग अलग लिपोप्रोटीन के अलग अलग कार्य होते है:
* HDL हाई डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन का संक्षिप्त रूप है। इसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल को शरीर के अन्य अंगों से वापस लिवर तक पहुँचाता है। फिर आपके लिवर द्वारा आपके शरीर से कोलेस्ट्रॉल को हटा दिया जाता है।
* LDL कम डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन का रूप है। इसे खराब कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है क्योंकि हाई LDL स्तर आपकी धमनियों में प्लेक का निर्माण करता है
* VLDL बहुत कम डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन का रूप है। VLDL को “खराब” कोलेस्ट्रॉल के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह आपकी धमनियों में प्लेक का निर्माण करता है।
3. कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
देखा जाए तो अक्सर हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण आसानी से दिखाई नहीं देते हैं, जिससे कई बार बिना किसी संकेत के हो सकती है। हालांकि, कोलेस्ट्रॉल का स्तर अत्यधिक होने के बावजूद, कुछ लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ लक्षण हो सकते हैं जैसे:
थकान, सिरदर्द, उबकाई, सुन्न होना, पैरों में दर्द, सीने में दर्द, हाई ब्लड प्रेशर, अत्यधिक थकान, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, पेट की समस्याएँ जैसे पेट में दर्द, हाथ-पांव में सुन्नपन या ठंडक इत्यादि
4. ज्यादा कोलेस्ट्रॉल के कारण:
हाई कोलेस्ट्रॉल होने के मुख्य कारण निम्नलिखित है
* आहार:
आहार में अत्यधिक तली हुई चीजें तलिये भोजन और आलस्यपूर्ण खानपान का सेवन करने से हाई कोलेस्ट्रॉल की स्थिति पैदा होती है
* हाइ ब्लड प्रेशर:
हाइ ब्लड प्रेशर भी हाई कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का कारण बन सकता है इससे दोनों में हृदय रोग से खतरा बढ़ जाता है
* धूम्रपान:
धूम्रपान के कारण भी एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है जिससे दोनों में हृदय रोग से खतरा बढ़ जाता है
* आयु:
जैसे-जैसे आयु बढ़ती जाती है वैसे-वैसे कोलेस्ट्रोल का स्तर भी बढ़ता रहता है जो कि अधिकतर पुरुषों में ही देखा गया है
* अनुवांशिक तत्व:
आपके परिवार में यदि कोई हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहा है तो आपके भी समस्या से जूझने की संभावना बढ़ जाती है
* मेडिकल स्थितियां:
कुछ मेडिकल हिस्ट्री जैसे कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम डायबिटीज और किडनी रोग इत्यादि के होने पर भी high Cholestrol बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है
*व्यायाम:
नियमित में व्यायाम की कमी नियमित रूप से व्यायाम में कमी करने से आप अनफिट हो जाते हैं जिससे कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ जाता है इस कारण से आपकी लिपिड प्रोफाइल को भी प्रभावित करती है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण:
* सीने मे दर्द और तेज धड़कन
यदि आपको बार-बार सीने में दर्द का एहसास होता है, या आपकी हार्टबीट बढ़ी रहती है, तो यह हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल की निशानी हो सकती है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर से ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है, और हार्ट को ब्लड पंप करने में परेशानी होती है। जिसकी वजह से चेस्ट पेन का एहसास होता और हार्टबीट भी बढ़ी रहती हैं। इस लक्षण को भूलकर भी नजरअंदाज न करें।
* त्वचा मे रंगत कम हो जाना:
शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर के बढ़ने से ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिसका सीधा असर त्वचा की रंगत पर नजर आता है। ब्लड फ्लो के कम होने से बॉडी सेल्स को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्रदान नहीं होते, साथ ही साथ ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। यह फैक्टर्स त्वचा के रंगत में बदलाव का कारण बनते हैं।
6. कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करे? घरेलू उपाय
कोलेस्ट्रॉल को खान-पान के द्वारा काम कैसे करें
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए कुछ घरेलू उपचार निम्नलिखित है जो आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होंगे
आहार मे बदलाव
* Healthy Fat:
हेल्दी फैट के लिए हमें जैतून के तेल एवोकाडो नट्स का प्रयोग करना चाहिए ये सभी LDL कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में हमारे बहुत ही सहायता कर सकते हैं
* लहसुन:
कच्चे लहसुन का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में बहुत ही सहायता कर सकता है यह रक्त संचार में भी सुधार करने में मदद करता है जिससे कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ हृदय रोगों का भी खतरा दूर हो जाता है
* व्यायाम:
नियमित व्यायाम करने से HDL कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि होती है रोज नियम से व्यायाम करने से एक्सरसाइज करने से दौड़ने से जोगिंग करने से शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को लीवर में ले जाता है और लीवर उसे शरीर से बाहर निकाल देता है
* इसबगोल:
इसबगोल प्राकृतिक फाइबर सप्लीमेंट है जिसका सेवन नियमित रूप से करने पर LDL कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है
* आंवला:
आंवला विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है
* प्याज:
प्याज मे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने की क्षमता होती है
* हल्दी:
हल्दी में करक्यूमिन होता है हल्दी को अपनी दैनिक आहार में शामिल करें क्योंकि इससे कोलेस्ट्रोल का स्तर सकारात्मक रूप से प्रभावित होता है
धूम्रपान:
धूम्रपान करने से बचे धूम्रपान का कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान होता है इसलिए धूम्रपान न करें
आयुर्वेदिक उपचार:
100 ग्राम सौफ, 100 ग्राम कलौंजी, 100 ग्राम अजवायन और 200 ग्राम अर्जुन की छाल इन चारों चीजो को ले ले ध्यान रहे अर्जुन की छाल ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए लाल लाल रंग की होनी चाहिए उसे देख लेना कहीं दीमक ना लगी हो घुनी हुई नहीं होनी चाहिए बतायी गयी मात्रा में लेकर इन सभी को दरदरा पीस ले और इस पाउडर को शाम को एक चम्मच डेढ़ गिलास पानी में भिगोकर ढककर रख दें सुबह उठकर इस पानी को उबाल ले और जब एक गिलास पानी रह जाए तो उस पानी को ठंडा करके छानकर पी ले 30 दिन तक ऐसा करने से कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल हो जाता है यह एक आयुर्वेदिक नुस्खा है जिसका प्रयोग हमारे ऋषि मुनि करते थे आप इसका प्रयोग कर सकते हो इससे आपका कोलेस्ट्रॉल सामान्य रहेगा और कभी आपके लिए कोई परेशानी नहीं होगी